नदी में पानी घाट निर्माण की भूमि स्तर से रिस्क के हाल में ,ठेकेदारों ने हाथ उंचे किए वर्षा ने डाला सिंहस्थ के कामों में खलल,29.2 किमी घाट निर्माण रूका -शनि मं‍दिर से नागदा बायपास ब्रिज तक नदी के दोनों छोर पर बनाए जाना है घाट

 

उज्जैन। बारिश ने सिंहस्थ के कामों में खलल डाल दिया है। नदी में पानी बढने की स्थिति में 29. 2 किलोमीटर से अधिकघाट निर्माण करने वाले ठेकेदारों ने हाथ उंचे कर दिए हैं। संभवत: वर्षाकाल के बाद ही अब निर्माण कार्य को गति मिल सके। सिंहस्थ के लिए शनि मंदिर से नागदा बायपास ब्रिज तक नदी के दोनों छोर पर घाट का निर्माण होना है।

जल संसाधन विभाग के तहत घाटों का निर्माण 778.81 करोड से किया जा रहा है। एसडीओ मयंक परमार बताते हैं कि अभी हमने शिप्रा नदी के त्रिवेणी बैराज अप स्ट्रीम एवं डाउन स्ट्रीम में दोनों छोर के साथ काल भैरव मंदिर के सामने ,कालभैरव ब्रिज के दोनों छोर एवं नागदा बायपास के एक छोर पर काम बंद कर दिया है। यहां हमने अर्थवर्क,बाटम में राख का काम पुरा कर लिया है। श्री परमार बताते हैं कि घाट की चौडाई 15.6 मीटर रहेगी ओर उसकी गहराई 1.5 मीटर रहेगी। उनके अनुसार घाटों पर आने लाने के लिए हर 500 मीटर पर इंट्रेस दिए जाएंगे। नदी के दोनों और घाट निर्माण के साथ ही इंट्रेस के क्षेत्र में करीब 34-36 हेक्टेयर जमीन निजी आ रही है जिसके अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वर्षा काल में घाट निर्माण के काम प्रभावित होने की स्थिति में इस काम को ग‍ति से किया जा रहा है। उनके अनुसार नदी में घाट निर्माण को लेकर रिस्क स्तर पर पानी है ऐसे में दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है।

 

 

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